मध्य प्रदेश चुनाव एक नजर में |
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र | 29 |
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र | 230 |
सत्तारूढ़ पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
विपक्षी पार्टी | कांग्रेस |
मुख्यमंत्री | श्री शिवराज सिंह चौहान |
राज्यपाल | आनंदीबेन पटेल |
मुख्य निर्वाचन अधिकारी | सुश्री. सलीना सिंह, आईएएस |
पता | मध्य प्रदेश निर्वाचन सदन, 17-एरिया हिल्स, भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत |
मध्य प्रदेश विधानसभा उप-चुनाव परिणाम
क्र. सं. | विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र | विजेता उम्मीदवार | विजेता पार्टी |
1 | कोलारस | महेन्द्र सिंह यादव | कांग्रेस |
2 | मुंगावली | ब्रिजेन्द्र सिंह यादव | कांग्रेस |
मध्य प्रदेश निकाय चुनाव परिणाम
पद | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
अध्यक्ष | 9 | 9 | 1 |
सलाहकार | 194 | 145 | 13 |
मध्य प्रदेश चित्रकूट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उप-चुनाव परिणाम
9 नवंबर 2017 को आयोजित होने वाले चित्रकूट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उप-चुनावों के नतीजे शनिवार, 11 नवंबर 2017 को घोषित किए गए। कांग्रेस अपनी सीटों को थामे रहने में कामयाब रही जबकि भाजपा दूसरे स्थान पर रही। इस उप-चुनाव में करीब 65% मतदान हुआ था। चुनाव में 198122 मतदाता पंजीकृत थे जिसमें से 126203 वोट वैध पाए गए। यहाँ पर 24544 मतदाताओं ने नोटा को चुनना पसंद किया।
उम्मीदवार का नाम | पार्टी का नाम | वोट | स्थिति |
नीलाशुं चतुर्वेदी | कांग्रेस | 66810 | विजेता |
शंकर दयाल त्रिपाठी | भाजपा | 52677 | उप-विजेता |
मध्य प्रदेश उप-चुनाव परिणाम 2017
विधानसभा उप-निर्वाचन क्षेत्र | विजेता | पार्टी | वोट | उप-विजेता | पार्टी | वोट |
अटेर | हेमंत कटारे | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 59228 | अरविन्द सिंह भदौरिया | भाजपा | 58371 |
बांधवगढ़ | शिवनारायण सिंह "लल्लू भैया" | भाजपा | 74356 | सावित्री सिंह | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 48880 |
मध्य प्रदेश उप-चुनाव 2017 में मतदान प्रतिशत
जिला | विधानसभा/निर्वाचन क्षेत्र | पुरूष (% में) | महिला (% में) | कुल (% में) |
उमरिया | बांधवगढ़ | 70.15 | 63.95 | 67.05 |
भिंड | अटेर | 59.9 | 56.51 | 58.42 |
मध्य प्रदेश चुनावों के बारे में
मध्य प्रदेश भारत के केन्द्र में स्थित है इसलिए इसकी भौगोलिक स्थिति के कारण इसको “भारत का दिल” कहा जाता है। सन् 1956 में इस राज्य की स्थापना की गई थी। भोपाल इस राज्य की राजधानी है और इसका सबसे बड़ा शहर भी यही है। 50 जिलों वाले इस राज्य की आबादी 72,000,000 से अधिक है। 76.5% साक्षरता दर के साथ यह साक्षरता दर के मामले में भारत में आठवें स्थान पर है। राज्य की आधिकारिक भाषा हिन्दी है।
मध्य प्रदेश के मौजूदा राज्यपाल राम नरेश यादव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं, जो कि भाजपा के एक सदस्य हैं। यह राज्य भारतीय राजनीति और संस्कृति के संबंध में सबसे अहम राज्यों में से एक माना जाता है। राज्य से भारत की संसद को 40 सदस्य भेजे जाते है: जिनमे 29 लोकसभा (निचले सदन) और 11 राज्यसभा के लिए (उच्च सदन) के लिए चुने जाते हैं। भाजपा और कांग्रेस इस राज्य की दो सबसे प्रभावी पार्टियाँ हैं। राज्य में द्विदलीय व्यवस्था है। हाल ही संपन्न होने वाले चुनावों में राज्य की क्षेत्रीय पार्टियाँ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं। नवंबर 2008 में आयोजित होने वाले राज्य चुनावों में भाजपा ने 143 सीटें जीतकर अपना बहुमत सिद्ध किया था। भाजपा कांग्रेस को हराकर सत्ता में आई थी। कांग्रेस को 71 सीटें ही मिली थीं जबकि बसपा केवल 7 सीटों पर ही सिमट कर रह गई थी।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2013 के नतीजे देखिए।
मध्य प्रदेश 2013 विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा 8 दिसंबर 2013 को हुई। भाजपा लगातार तीसरी बार कांग्रेस को हराकर सत्ता में आई। मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से केवल 58 सीटें जीतकर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा जबकि भाजपा को 165 सीटें प्राप्त हुई, शेष 7 सीटों पर अन्य राजनीतिक पार्टियों ने जीत दर्ज की। भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लीग में प्रवेश किया, मोदी ने भी गुजरात में ऐसा ही रिकार्ड दर्ज किया था।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह कांग्रेस की उम्मीद थे। चुनावी नतीजों से जाहिर होता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा को सत्ता से विरोध का सामना नहीं करना पड़ा था। मध्य प्रदेश में चौहान की सफलता के अलावा इस समय भाजपा से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को भी राज्य में चुनाव प्रचार के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
प्रशासनिक व्यवस्था
मध्य प्रदेश में एक एकसदन वाली विधायिका है। अन्य सभी राज्यों की तरह ही मध्य प्रदेश में भी शासन की संसदीय प्रणाली लागू होती है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कार्यकारी प्राधिकरण मंत्री-परिषद के साथ निहित है। भारत के राष्ट्रपति द्वारा राज्यपाल की नियुक्ति की जाती है, यह राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है। राज्य में इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में उच्च न्यायालय की खंडपीठ हैं। इसके बाद जिला न्यायालय और परिवार न्यायालय हैं। स्थानीय स्तर पर राज्य कई मंडलों में बंटा हुआ है जो आगे जिलों में बंटा हुआ है। प्रत्येक मंडल का प्रमुख एक कमिश्नर होता है जबकि प्रत्येक जिले की प्रमुखता एक कलेक्टर द्वारा की जाती है।
राज्य की समस्याएं
हालांकि राज्य में नक्सलवाद, जातीय संघर्ष और आतंकवाद जैसी कोई भी गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन शिक्षा, महिला एवं बाल स्वास्थ्य, गरीबी, लिंग आधारित भेदभाव आदि जैसी सामाजिक विकास से संबंधित भीतरी समस्याएं राज्य में व्याप्त हैं।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आगमन से राज्य के प्राकृतिक संसाधनों पर बहुत ही प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। कारखानों से निकलने वाले प्रदूषित पदार्थों को उपचार किए बिना ही नदियों में बहा दिया जाता है जिससे नदियाँ और भूमिगत जल प्रदूषित हो रहे हैं।
चुनाव प्रचार के समय विभिन्न पार्टियों ने भ्रष्टाचार, प्रशासन, अर्थिक विकास और रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर एक दूसरे को लक्षित किया था।
मध्य प्रदेश की राजनीतिक पार्टियाँ
भाजपा- भारतीय जनता पार्टी | बीपीआई- बोल्शेविक पार्टी ऑफ इंडिया | सीपीआई-कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया |
एफबीएल (एमजी) - एफबी (मार्क्सवादी समूह) | एफबीएल (आरजी) - फॉरवर्ड ब्लॉक (रुकर समूह) | एचएमएस - अखिल भारतीय हिंदू महासभा |
कांग्रेस - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | केएमपीपी - किसान मजदूर प्रजा पार्टी | आरआरपी - अखिल भारतीय राम राज्य परिषद |
एससीएफ - अखिल भारतीय अनुसूचित जाति संघ | एसपी - सोशलिस्ट पार्टी | बीएलसी - भारतीय लोक कांग्रेस |
एसकेपी - एस.के. पक्ष | | |
51 जिले क्रमिक रूप से 51 जिला पंचायतें बनाते हैं। मध्य प्रदेश की नगर पालिकाओं को तीन भागों – नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों – में बाँटा गया है।
मध्य प्रदेश की राज्य विधानसभा
मध्य प्रदेश की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, भोपाल, महाकौशल और मध्य प्रदेश को एक में मिलाकर इस राज्य की स्थापना की गई थी। पहली विधानसभा 1 नवंबर 1956 से लेकर 5 मार्च 1957 तक चली थी। पुनर्गठन के बाद 1957 में पहले चुनाव आयोजित किए गए थे। राज्य की विभानसभा को मध्य प्रदेश विधानसभा भी कहा जाता है।
मध्य प्रदेश राज्य की चुनावी प्रणाली में राष्ट्रीय स्तर का प्रतिनिधित्म शामिल है। एक ऐसी सरकार गठित करने के लिए लगातार चुनाव आयोजित किए जाते हैं जो राज्य के कर्तव्यों का निर्वाहन कर सके। राज्य की विधानसभा में 230 सीटें हैं। विधानसभा की कार्याविधि पाँच साल होती है लेकिन इसको समय से पहले भंग किया जा सकता है, भंग होने के बाद इसके अधिकार समाप्त हो जाते हैं। भाजपा विधायक सीताराम शर्मा राज्य विधानसभा के मौजूदा वक्ता हैं। 2013 में राज्य में चुनाव आयोजित किए गए थे जिसके बाद 5 दिसंबर 2013 को राज्य की 12वीं और मौजूदा विधानसभा का गठन किया गया था।
मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्यों पर एक नजर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सूची |
क्रमांक | मुख्यमंत्री | कब से | कब तक | पार्टी का नाम |
1 | शिवराज सिंह चौहान | 12 दिसंबर, 2008 | सतारूढ़ | भाजपा |
2 | शिवराज सिंह चौहान | 29 नवंबर, 2005 | 12 दिसंबर, 2008 | भाजपा |
3 | बाबूलाल गौर | 23 अगस्त 2004 | 29 नवंबर, 2005 | भाजपा |
4 | उमा भारती | 8 दिसंबर, 2003 | 23 अगस्त 2004 | भाजपा |
5 | दिग्विजय सिंह | 1 दिसंबर, 1998 | 8 दिसंबर, 2003 | कांग्रेस |
6 | दिग्विजय सिंह | 7 दिसंबर, 1993 | 1 दिसंबर, 1998 | कांग्रेस |
| राष्ट्रपति शासन | 16 दिसंबर, 1992 | 6 दिसंबर, 1993 | |
7 | सुंदरलाल पटवा | 5 मार्च, 1990 | 15 दिसंबर, 1992 | भाजपा |
8 | श्यामा चरण शुक्ला | 9 दिसंबर, 1989 | 4 मार्च, 1990 | कांग्रेस |
9 | मोतीलाल वोरा | 25 जनवरी, 1989 | 8 दिसंबर, 1989 | कांग्रेस |
10 | अर्जुन सिंह | 14 फरवरी, 19 88 | 24 जनवरी, 1989 | कांग्रेस |
11 | मोतीलाल वोरा | 13 मार्च, 1985 | 13 फरवरी, 1988 | कांग्रेस |
12 | अर्जुन सिंह | 11 मार्च, 1985 | 12 मार्च, 1985 | कांग्रेस |
13 | अर्जुन सिंह | 8 जून, 1980 | 10 मार्च,1985 | कांग्रेस |
| राष्ट्रपति शासन | 18 फरवरी 1980 | 8 जून, 1980 | |
14 | सुंदरलाल पटवा | 20 जनवरी, 1 9 80 | 17 फरवरी, 1 9 80 | जनता पार्टी |
15 | वीरेन्द्र कुमार सक्लेचा | 18 जनवरी, 1978 | 19 जनवरी, 1980 | जनता पार्टी |
16 | कैलाश चंद्र जोशी | 26 जून, 1977 | 17 जनवरी, 1978 | जनता पार्टी |
| राष्ट्रपति शासन | 29 अप्रैल, 1977 | 25 जून,1977 | |
17 | श्यामा चरण शुक्ला | 23 दिसंबर, 1975 | 29 अप्रैल, 1977 | कांग्रेस |
18 | प्रकाश चंद्र सेठी | 23 मार्च,1972 | 22 दिसंबर, 19 75 | कांग्रेस |
19 | प्रकाश चंद्र सेठी | 29 जनवरी, 1972 | 22 मार्च, 1972 | कांग्रेस |
20 | श्यामा चरण शुक्ला | 26 मार्च,1969 | 28 जनवरी, 1972 | कांग्रेस |
21 | राजा नरेशचंद्र सिंह | 13 मार्च, 1969 | 25 मार्च, 1969 | कांग्रेस |
22 | गोविंद नारायण सिंह | 30 जुलाई, 1967 | 12 मार्च, 1969 | कांग्रेस |
23 | द्वारका प्रसाद मिश्रा | 9 मार्च,1967 | 29 जुलाई, 1967 | कांग्रेस |
24 | द्वारका प्रसाद मिश्रा | 30 सितंबर, 1963 | 8 मार्च,1967 | कांग्रेस |
25 | भगवंतराव मंडलोई | 12 मार्च,1962 | 29 सितंबर, 1963 | कांग्रेस |
26 | कैलाश नाथ काटजू | 14 मार्च, 1957 | 11 मार्च, 1962 | कांग्रेस |
27 | कैलाश नाथ काटजू | 31 जनवरी, 1957 | 14 मार्च,1957 | कांग्रेस |
28 | भगवंतराव मंडलोइ | 1 जनवरी, 1957 | 30 जनवरी, 1957 | कांग्रेस |
29 | पं. रविशंकर शुक्ला | 1 नवंबर,1956 | 31 दिसंबर, 1956 | कांग्रेस |
मध्य प्रदेश के राज्यपालों की सूची |
क्रमांक | राज्यपाल का नाम | कब से | कब तक |
1 | आनंदीबेन पटेल | 23 जनवरी, 18 | वर्तमान |
1 | ओम प्रकाश कोहली (अतिरिक्त प्रभार) | 8 सितंबर, 16 | 23 जनवरी, 18 |
1 | श्री राम नरेश यादव | 8 सितंबर, 11 | 7 सितंबर, 16 |
2 | श्री रामेश्वर ठाकुर | 30 जून, 09 | 7 सितंबर, 11 |
3 | डॉ बाल राम जाखर | 30 जून, 04 | 29 जून, 09 |
4 | श्रीकृष्ण मोहन सेठ | 5 फरवरी, 04 | 29 जून, 04 |
5 | श्री राम प्रकाश गुप्ता | 5 जुलाई, 03 | 5 जनवरी, 04 |
6 | डॉ भाई महावीर | 22 अप्रैल, 98 | 5 जून, 03 |
7 | डॉ मोहम्मद शफी कुरेशी | 24 जून, 93 | 21 अप्रैल, 98 |
8 | श्री कुंवर महमूद अली खान | 2 जून, 90 | 23 जून, 93 |
9 | श्रीमती सरला गरवाल | 31 मार्च, 89 | 2 मई, 90 |
10 | श्री के. एम. चांडी | 30 दिसंबर, 87 | 30 मार्च, 89 |
11 | न्यायमूर्ति एन डी ओझा | 12 जनवरी, 87 | 29 दिसंबर, 87 |
12 | श्री के. एम. चांडी | 15 मई, 84 | 30 नवंबर, 87 |
13 | श्री भागवत दयाल शर्मा | 10 अगस्त, 83 | 14 मई, 84 |
14 | न्यायमूर्ति जी.पी. सिंह | 21 सितंबर, 83 | 10 जुलाई, 83 |
15 | श्री भागवत दयाल शर्मा | 7 अक्टूबर, 81 | 20 सितंबर, 83 |
16 | न्यायमूर्ति जी.पी. सिन्हा | 26 मई, 81 | 7 सितंबर, 81 |
17 | श्री भगवत दयाल शर्मा | 30 अप्रैल, 80 | 25 मई, 81 |
18 | श्री चेपुदिरा मुथाना पुनाचा | 17 अगस्त, 78 | 2 9 अप्रैल, 80 |
19 | श्री निरंजन नाथ वंचू | 14 अक्टूबर, 77 | 16 अगस्त, 78 |
20 | श्री सत्यनारायण सिन्हा | 3 अगस्त, 71 | 13 अक्टूबर, 77 |
21 | श्री के. चेंगलाराय रेड्डी | 2 अक्टूबर, 66 | 3 जुलाई, 71 |
22 | न्यायमूर्ति पी. वी. दीक्षित | 2 मार्च, 66 | 2 सितंबर, 66 |
23 | श्री के. चेंगलाराय रेड्डी | 2 नवंबर, 65 | 2 फरवरी, 66 |
24 | पद्म विभूषण श्री हरि विनायक पटस्कर | 14 जून, 57 | 2 अक्टूबर, 65 |
25 | श्री भोगराजू पट्टाभी सीतारामय्या | 11 जनवरी, 56 | 13 जून, 57 |
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री
मंत्रालय | मंत्री का नाम |
मुख्यमंत्री, सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास, संस्कृति, पर्यटन, वैमानिकी | श्री शिवराज सिंह चौहान |
गृह व कारावास | श्री बाबूलाल गौर |
जल संसाधन, वित्त व वाणिज्यिक कर, योजना, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी | श्री जयन्त कुमार मलैया |
पंचायत, ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय व सहकारी समिति | श्री गोपाल भार्गव |
वन, जैव-विविधता और जैव प्रौद्योगिकी | श्री गौरीशंकर शेजवार |
शहरी प्रशासन और आवास-पर्यावरण | श्री कैलाश विजयवर्गीय |
लोक निर्माण कार्य | श्री सरताज सिंह |
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, भोपाल गैस त्रासदी और संसदीय मामलें | श्री नरोत्तम मिश्रा |
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण | श्री कुंवर विजय शाह |
किसान कल्याण और कृषि विकास | श्री गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन |
तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा | श्री उमाशंकर गुप्ता |
पशुपालन, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण, मछुआरों के कल्याण व मत्स्य विकास, कॉटेज और ग्रामोद्योग, कानून और विधान मामलों, लोक स्वास्थ्य अभियंता | सुश्री कुसुम मेहदेले |
वाणिज्य, उद्योग और रोजगार, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, खेल और युवा कल्याण, धार्मिक संस्था | श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया |
विद्यालय व शिक्षा | पारस चंद्र जैन |
नई व नवीकरणीय ऊर्जा, खनिज संसाधन और जनसंपर्क | श्री राजेंद्र शुक्ला |
श्रम, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण, वंचित, खानाबदोश और अर्ध-भिक्षु जनजाति कल्याण | श्री अंर्त सिंह आर्य |
राजस्व, पुनर्वास | श्री रामपाल सिंह |
जनजातीय कल्याण, अनुसूचित जाति कल्याण | श्री ज्ञान सिंह |
महिला एवं बाल विकास | श्रीमती माया सिंह |
परिवहन, सूचना प्रौद्योगिकी, लोक सेवा प्रबंधन, लोक शिकायत निवारण | श्री भूपेंद्र सिंह |
राज्य मंत्री, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा | श्री दीपक जोशी |
राज्य मंत्री, नर्मदा घाटी विकास, सामान्य प्रशासन, विमान-वहन | श्री लाल सिंह आर्य |
राज्य मंत्री, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, गैस राहत, संसदीय मामलों | श्री शरद जैन |
राज्य मंत्री, संस्कृति और पर्यटन | श्री सुरेंद्र पटवा |
मध्य प्रदेश के राज्यसभा सदस्य
नाम | पार्टी | कार्यकाल | नाम | पार्टी | कार्यकाल |
श्री सत्यव्रत चतुर्वेदी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 03/04/2012 से 02/04/2018 | श्री अनिल माधव देव | भारतीय जनता पार्टी | 30/06/2010 से 29/06/2016 |
श्री थवार चंद गेहलोत | भारतीय जनता पार्टी | 03/04/2012 से 02/04/2018 | डॉ. नजमा.ए. हेपतुल्ला | भारतीय जनता पार्टी | 03/04/2012 से 02/04/2018 |
श्री सत्यनारायण जाटिया | भारतीय जनता पार्टी | 10/04/2014 से 09/04/2020 | श्री प्रभात झा | भारतीय जनता पार्टी | 10/04/2014 से 09/04/2020 |
डॉ चंदन मित्रा | भारतीय जनता पार्टी | 30/06/2010 से 29/06/2016 | विजयलक्ष्मी साधौ | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 30/06/2010 से 29/06/2016 |
श्री दिग्विजय सिंह | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 10/04/2014 से 09/04/2020 | श्री प्रकाश जावड़ेकर | भारतीय जनता पार्टी | 03/04/2012 से 02/04/2018 |
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मध्य प्रदेश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी चुनाव के लिए जिम्मेदार होता है और वह यह सुनिश्चित करता है कि चुनाव “स्वतंत्र एवं निष्पक्ष” बना रहे। श्री जयदीप गोविंद मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हैं, इनको आम चुनाव 2009 से पहले नियुक्त किया गया था। सन् 1960 में जन्मे गोविंद मध्य प्रदेश में ही पले बढ़े और वनस्पति विज्ञान से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने के साथ-साथ विकास प्रबंधन की डिग्री भी हासिल की। अक्टूबर 2013 में गोविंद ने कहा था कि कम मतदान होने के कारण लोकतंत्र विफल रहा है। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त शक्तियों को समझना चाहिए, मतदान के समय इसका उपयोग करना चाहिए और इसके प्रति लापरवाह रवैया नहीं अपनाना चाहिए जो कि आजकल अधिकतर मतदाताओं के बीच प्रचलित है।
मध्य प्रदेश नागरिक निकाय (नगरपालिका) चुनाव परिणाम 2015
निकाय प्रकार और नाम | बीजेपी | कांग्रेस | अन्य |
उज्जैन नगर निगम | मीना जोनवाल | हार | हार |
मुरैना नगर निगम | अशोक अर्गल | हार | हार |
विदिशा नगर पालिका परिषद | मुकेश टंडन | हार | हार |
सारंगपुर नगर पालिका परिषद | हार | रूपल पाटिल | हार |
धुवरा नगर पालिका परिषद | हार | हार | अरुणा राजे |
कोटर नगर पालिका परिषद | शांति देवी शर्मा | हार | हार |
चाकघाट नगर पालिका परिषद | मीनाक्षी गुप्ता | हार | हार |
भैंसदेही नगर पालिका परिषद | अनिल सिंह ठाकुर | हार | हार |
सुवासरा नगर पालिका परिषद | मगनलाल सूर्यवंशी | हार | हार |
हरदा नगर पालिका परिषद | साधना जैन | हार | हार |
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव 2014 का सारांश
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में पूर्ण बहुमत से अपनी जीत दर्ज की। पार्टी ने राज्य की 29 संसदीय सीटों में से 27 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि शेष दो सीटें कांग्रेस के हाथ लगीं। शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री ही राज्य का मुखिया होता है। भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी राज्य की अग्रणी पार्टियाँ हैं, वर्तमान में भाजपा अग्रणी पार्टी है। 16वें लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। मध्य प्रदेश में 29 संसदीय सीटें हैं जिन्होंने तीन अलग-अलग चरणों में 16वें लोकसभा चुनाव में भाग लिया था। 2014 चुनावों के एक्जिट पोल ने राज्य में भाजपा की जीत की भविष्यवाणी कर दी गई थी।
Last Updated on November 14, 2018