लोकसभा चुनाव 2019





भारतीय आम चुनाव 2019

भारत के अगले प्रधान मंत्री के चुनाव हेतु हर पांच साल में लोकसभा के चुनाव होते हैं। जनता अपनी अधिमान्य पार्टी को वोट देती है और विजेता पार्टी का उम्मीदवार हमारे देश के प्रधान मंत्री पद का प्रतिनिधित्व करता है। लोकसभा चुनावों को आम चुनाव भी कहा जाता है। लोकसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या 552 है, जिनमें से दो नामांकन भारत के राष्ट्रपति द्वारा आंग्ल-भारतीय समुदाय से भी होते हैं। इन सदस्यों में 20 सदस्य संघ शासित प्रदेश से होते हैं जबकि 530 सदस्यों का प्रतिनिधित्‍व राज्‍यों द्वारा किया जाता है।

लोकसभा चुनाव में कम से कम 273 सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी को विजयी माना जाता है और वही पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के योग्य होती है। पार्टियां स्वतंत्र रूप से अपने प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा या तो चुनाव से पहले या चुनाव में जीत हासिल करने के बाद करती है। प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार का चयन पार्टी के आला सदस्यों द्वारा किया जाता है।

लोकसभा का अगला चुनाव मई 2019 में हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मुख्य प्रतियोगी पार्टियों में,भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी),आम आदमी पार्टी (एएपी),भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) है। भारतीय आम चुनाव 2019 के राजनीतिक परिदृश्य की जांच पड़ताल करते हुए, बीजेपी स्पष्ट रूप से बढ़त हासिल कर रही है क्योंकि देश के अधिकांश राज्यों में इसकी अच्छी खासी पकड़ है। इसके अलावा, उनके पास नरेंद्र मोदी हैं, जिनकी राष्ट्रव्यापी लोकप्रियता है।

भारत में 2019 के चुनाव को लेकर पूर्वानुमान

एबीपी न्यूज-सीएसडीएस द्वारा किये गए मत मूल्यांकन सर्वेक्षण (ओपिनियन पोल) के अनुसार भाजपा के नेतृत्ववाली एनडीए सरकार की एक बड़ी जीत का अनुमान लगाया गया है।2019 के चुनावों में इस पार्टी को 293-309 सीटों की भारी संख्या के साथ चुनाव जीतने की उम्मीद है। अनुमान है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए 102 सीटे हासिल करेगी और साथ ही अन्य पार्टियों द्वारा 83 सीटों पर विजय प्राप्त करने की उम्मीद है।
Last Updated on October 18, 2018