भारत की संसद





भारतीय संसद के बारे में विवरण

भारतीय संसद देश में सर्वोच्च विधायी निकाय है और यह द्विसदनीय व्यवस्था है। यह दो सदनों में विभाजित है - राज्यसभा, जो राज्यों की परिषद है और लोकसभा, जो लोगों का सदन है। लोकसभा को संसद के निम्न सदन के रूप में जाना जाता है और राज्यसभा को संसद केउच्च सदन के रूप में जाना जाता है। संसद के सदस्य या तो भारत की जनता द्वारा चुने जाते हैं या भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।

विधानमंडल या संसद का नेतृत्व भारत के राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। राज्यसभा का कार्यकाल छह वर्ष का होता है (इसके एक तिहाई सदस्‍य प्रत्‍येक दूसरे वर्ष सेवानिवृत्‍त होते हैं तथा उन्‍हें नए निर्वाचित सदस्‍यों द्वारा प्रतिस्‍थापित किया जाता है।) और लोकसभा का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। लोकसभा को भंग किया जा सकता है। राज्यसभा में, 238 सदस्य राज्यों द्वारा चुने जाते हैं और 12 सदस्यों को कला, साहित्य, विज्ञान और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। लोकसभा में, 543 सदस्य भारतीय मतदाताओं द्वारा चुने जाते हैं और दो एंग्लो इंडियन सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा चुने जाते हैं। अध्यक्ष (स्पीकर), जो लोकसभा का पीठासीन अधिकारी होता है, लोकसभा के अपने सदस्यों द्वारा चुना जाता है। भारत का उपराष्ट्रपति, जो राज्यसभा का अध्यक्ष होता है, को निर्वाचन मंडल के सदस्यों द्वारा चुना जाता है जिसमें संसद के दोनों सदनों के सदस्य शामिल होते हैं।

संरचना और तथ्य

भारत की संसद या विधानमंडल को दो सदनों में बांटा गया है, अर्थात् उच्च और निम्न सदन या दो सभाएं अर्थात राज्यसभा और लोकसभा। लोकसभा को निम्न सदन भी कहा जाता है और राज्यसभा को उच्च सदन के रूप में भी संबोधित किया जा सकता है।

भारत के राष्ट्रपति की अध्यक्षता में विधानमंडल या संसद कार्यकाल - 6years (1/3{ members retire every 2 years) कार्यकाल-5 years (स्वचालित रूप से भंग) राज्यसभा (उच्च सदन) राज्यों की Council of states लोकसभा (निम्न सदन) लोगों का सदन House of the People राज्य विधायकों द्वारा चुने गए 238 सदस्य +12 कला, साहित्य, विज्ञान सेवाओं और सामाज मेंअपने विशेष योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत। आम जनसंख्या द्वारा चुने गए 543 सदस्य + 2 भारत के राष्ट्रपति द्वारा चुने गए एंग्लो इंडियन अध्यक्ष - उपाध्यक्ष (लोक और राज्यसभा दोनों के सदस्योंk द्वारा निर्वाचित) अध्यक्ष (लोकसभा सदस्यों द्वारा निर्वाचित) निर्णायक वोट के अलावा कोई वोटिंग अधिकार नहीं

लोकसभा

लोकसभा, जिसे निम्नसदनके रूप में भी जाना जाता है, "लोगों का सदन" है। इसमें 543 सदस्य शामिल होते हैं जो (संसदीय) निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाते हैंऔर इसमें एंग्लो-इंडियन समुदाय केदो सदस्य भी शामिल होते हैं,जिन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है।भारत के नागरिक सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार काप्रयोग करते हुए सीधे 543 सदस्यों का चुनाव करते हैं।18 साल और उससे अधिक उम्र के सभी भारतीय नागरिक, चाहे वे किसी भी लिंग, जाति, धर्म या संप्रदाय से संबंधित, अपने प्रतिनिधियों को संसद में चुनने के लिए मतदान करने के पात्र हैं।लोकसभा में निर्वाचित होने की योग्यताएं यह है कि व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए, मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए और दिवालिया और किसी प्रकार केअपराध में दोषी नहीं होना चाहिए।लोकसभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु 25 वर्ष है।543 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में से 131 सीटें आरक्षित श्रेणी से संबंधित हैं, जिसमें 84 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लोगों के लिए आरक्षित हैं और 47 सीटें अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए आरक्षित हैं।

राज्यसभा

राज्यसभा या ऊपरी सदन “राज्यों की परिषद” है। राज्यसभा एक स्थायी निकाय है और इसे कभी भंग नहीं किया जा सकता। राज्यसभा के सदस्यों का एक तिहाई हिस्सा हर दूसरे वर्ष सेवानिवृत्त हो जाता है और उनकी जगह पर सदस्य पुनः निर्वाचित किए जाते हैं। राज्यसभा के सदस्यों को अप्रत्यक्ष रूप से राज्यों के विधायकों द्वारा 6 वर्ष के कार्यकाल के लिए चुना जाता है। राज्यसभा में अधिकतम 250 सदस्य हो सकते हैं। इनमें से, 238 सदस्यों को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निर्वाचित किया जाता है और 12 सदस्यों को भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। राज्यसभा की सदस्य होने के लिए न्यूनतम आयु 30 वर्ष है।

भारतीय संसद के बारे में शीर्ष 10 तथ्य

1. भारत की संसद परिपत्र है जो "अखंडता" का प्रतिनिधित्व करती है।
2. लोकसभा और राज्यसभाकक्ष घोड़े के नाल के आकार काहै।
3. लोकसभा की कालीन का रंग हरा होता है जो यह दर्शाता है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां लोग जमीनी स्तर से चुनकर आते हैं, राज्यसभा की कालीन का रंगलाल होता है जो राजसी गौरव को दर्शाता है और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिए गए बलिदान के बारे में भी बताता है।
4. भारतीय संसद में स्थित पुस्तकालयभारत का दूसरा सबसे बड़ापुस्तकालय है।
5. संसद की परिधि एक मील का तीसरा हिस्सा है यानी 536.33 मीटर है।
6. सदन के पहले घंटे को (यानी 11 से 12 बजे के बीच) प्रश्न काल के रूप में जाना जाता है।इस दौरान सांसद नीतियों, सरकार और विभिन्न बिलों के बारे में सवाल उठाते हैं।
7. लगभग 12 बजे सांसद अध्यक्ष को पहले से बताकर किसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कर सकते हैं।इसे शून्यकाल (जीरो ऑवर) के रूप में जाना जाता है।
8. राष्ट्रपति का कार्यालय संसद के कक्ष संख्या 13 में है (इस मामले में 13 नंबर इतना अशुभनहीं है)।
9. संसद की कैंटीन देश में सबसे सस्ती है जिसमें तीन समय काशाकाहारी भोजन 61 रुपये मेंऔर चिकन बिरयानी 51 रुपये में उपलब्ध है(जो कैंटीन के खाने की सूची में सबसे मंहगीहैं)।
10.संसद में पूछे गए प्रश्नों के लिए,संशोधन, नए बिल इत्यादि के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से मतदान किया जाता है। यहाँएक वोटिंग कंसोल है, जो कि एक रंगीन बटनों वाला सिस्टम है, जिसमेंहां के लिए हरा, नहीं के लिए लाल और कोई प्रतिक्रिया न देने के लिए पीला बटन दिया गया है।





Last Updated on October 18, 2018