शिवराज सिंह चौहान: बुधनी निर्वाचन क्षेत्र में सीना तानकर खड़े हैं
सेहोर जिले के अंतर्गत आने वाला बुधनी निर्वाचन क्षेत्र भाजपा के शिवराज सिंह चौहान का गढ़ कहा जाता है। वर्ष 1990 में वह पहली बार बुधनी से विधायक बने।बुधनी निर्वाचन क्षेत्र में अब तक 15 विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें भाजपा को 6 बार और कांग्रेस को पाँच बार जीत हासिल हुई है। वर्ष 2013 में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. महिन्दर सिंह चौहान को 84805 मतों के अंतर से हराया। शिवराज सिंह ने 128730 मतों के साथ चुनाव जीता जबकि महेंद्र सिंह को 128730 मतों के साथ संतोष करना पड़ा। वर्ष 2008 में शिवराज ने कांग्रेस के महेश सिंह राजपूत को 4152 मतों से मात देते हुए 128730 मतों के साथ सीट पर कब्जा किया। महेश को मात्र 34303 मत मिले।
शिवराज सिंह को बार बार सीट जिताने में उनकी सार्वजनिक जुड़ाव एवं मजबूत नेतृत्व की शानदार क्षमता ही उनकी मददगार है। चूंकि वह एक आत्मनिर्भर व्यक्ति हैं, इसलिए वह सार्वजनिक शिकायतों और उनके समाधान को गहराई से समझते हैं। उनकी विनम्रता, सादगी और व्यावहारिक दृष्टिकोण समुदाय के साथ जुड़ने में उन्हें मजबूत बनाते हैं। इसके अलावा उन्होंने किसानों और वंचित लोगों के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, जो लगातार लोकप्रियता प्राप्त कर रही हैं और इसलिए वह भी तोकप्रिय हैं। अभी तक कोई अन्य उम्मीदवार शिवराज के कद के बराबर नहीं है जो उन्हें इस निर्वाचन क्षेत्र से उखाड़कर फेंक सके।
वर्ष 2003 में यह सीट भाजपा के राजेंद्र सिंह ने जीती थी, जो 58052 मत प्राप्त करने में सफल रहे थे। उन्होंने 10436 मतों के अंतर से कांग्रेस के राज कुमार पटेल को हराया था। चुनाव में पटेल को 47616 मत मिले थे। वर्ष 1998 में कांग्रेस के देव कुमार पटेल ने भाजपा के गुरु प्रसाद शर्मा के खिलाफ 1774 मतों के अंतर से यह सीट जीती थी।
Last Updated on October 29, 2018