निर्वाचन क्षेत्र – बैकुंठपुर

चुनावी मुद्दे
जिले के सबसे बड़े अस्पताल में केवल सर्दी-खांसी समेत थोड़ी बहुत बीमारियों का चेकअप ही हो पाता है। हाई टेक सुविधाएं अब तक नहीं पहुंच सकी हैं। सिटीस्केन की सुविधा भी चालू नहीं हो सकी है। चिकित्सकों की कमीं बनी हुई है। बेरोजगारी दूर करने में अहम भूमिका अदा करने वाले उद्योगों में भी बैकुंठपुर विधानसभा काफी पिछड़ा हुआ है। लंबा समय गुजर जाने के बाद भी आज तक सरकार यहां कोई भी उद्योग स्थापित नहीं कर सकी है, जिससे क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ रही है।सीट का चुनावी महत्व
कोरिया जिले की बैकुंठपुर विधानसभा सामान्य सीट है। 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के भैयालाल रावाडे ने यहां से बड़ी जीत हासिल की थी। उन्हें कुल 45471 वोट मिले थे। जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के बेदांती तिवारी को 44402 वोट मिले थे। भैया लाल 2008 में भी इसी सीट पर चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में इस बार कांग्रेस को उन्हें हराने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के भैया लाल ने 36215 कुल वोट प्राप्त किए और जीत प्राप्त की, वहीं कांग्रेस के बेदांती तिवारी को कुल वोट 30679 मिल सके। 2003 के चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी और राम चंद्र सिंह ने 51107 कुल वोट हासिल किए। जबकि भाजपा के भैया लाल को 43137 वोट प्राप्त हुए।बता दें बैकुंठपुर में ही कोल इंडिया का ऑफिस है। खनिज संसाधनों के लिहाज से ये इलाका काफी महत्वपूर्ण हैं। यहां अधिकतर जनसंख्या नौकरीपेशा लोगों की है।
Last Updated on October 31, 2018